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यूनिवर्सल पेंशन स्कीम (UPS) क्या है?

 

यूनिवर्सल पेंशन स्कीम (UPS) क्या है? – एक विस्तृत मार्गदर्शिका

पेंशन किसी भी कर्मचारी के लिए वृद्धावस्था में आर्थिक सुरक्षा की गारंटी होती है। भारत में विभिन्न प्रकार की पेंशन योजनाएं प्रचलित रही हैं, जैसे कि नेशनल पेंशन स्कीम (NPS), कंट्रीब्यूटरी पेंशन स्कीम (CPS) और पहले लागू ओल्ड पेंशन स्कीम (OPS)। हाल के समय में यूनिवर्सल पेंशन स्कीम (UPS) की चर्चा बढ़ी है, जिसमें सभी नागरिकों को कुछ न्यूनतम पेंशन प्रदान करने की बात की जाती है।

यह लेख UPS, OPS, NPS और CPS का तुलनात्मक अध्ययन करेगा और यह समझाएगा कि कौन-सी योजना सबसे अधिक लाभकारी है और कर्मचारियों के लिए सर्वोत्तम विकल्प कौन सा हो सकता है।


Table of Contents (अनुक्रम)

  1. यूनिवर्सल पेंशन स्कीम (UPS) क्या है?
  2. UPS की मुख्य विशेषताएँ
  3. UPS का अन्य पेंशन योजनाओं से तुलनात्मक अध्ययन
  4. नेशनल पेंशन स्कीम (NPS) क्या है?
  5. कंट्रीब्यूटरी पेंशन स्कीम (CPS) क्या है?
  6. ओल्ड पेंशन स्कीम (OPS) क्या थी?
  7. UPS, OPS, NPS और CPS में कौन सा बेहतर है?
  8. UPS के लाभ और सीमाएँ
  9. UPS में कर्मचारियों को कितना न्यूनतम पेंशन मिलेगा?
  10. UPS किन कर्मचारियों को मिलेगा?
  11. निष्कर्ष (Conclusion)

1. यूनिवर्सल पेंशन स्कीम (UPS) क्या है?

यूनिवर्सल पेंशन स्कीम (Universal Pension Scheme - UPS) एक ऐसी पेंशन योजना है जिसमें सभी नागरिकों को एक निश्चित न्यूनतम पेंशन प्रदान करने का प्रावधान होता है। UPS का उद्देश्य वृद्धावस्था में आर्थिक सुरक्षा प्रदान करना है, भले ही व्यक्ति ने अपने जीवनकाल में कोई योगदान दिया हो या नहीं।

यह योजना उन नागरिकों के लिए विशेष रूप से लाभकारी हो सकती है जो असंगठित क्षेत्र में काम करते हैं या जो किसी पेंशन योजना से संबद्ध नहीं हैं।


2. पुरानी पेंशन योजना (Old Pension Scheme - OPS) क्या है?

पुरानी पेंशन योजना (OPS) एक डिफाइंड बेनिफिट पेंशन स्कीम थी, जो भारत सरकार द्वारा सरकारी कर्मचारियों को सेवानिवृत्ति के बाद नियमित पेंशन प्रदान करने के लिए चलाई जाती थी। इसे 2004 में बंद कर दिया गया और इसकी जगह नई पेंशन योजना (NPS - National Pension System) लागू की गई।


2.1 पुरानी पेंशन योजना (OPS) की विशेषताएँ:

  1. डिफाइंड बेनिफिट स्कीम – रिटायरमेंट के बाद कर्मचारी को अंतिम सैलरी के आधार पर एक निश्चित पेंशन दी जाती थी।
  2. जीवनभर पेंशन – कर्मचारी की मृत्यु के बाद भी उसके जीवनसाथी (पति/पत्नी) को पेंशन मिलती रहती थी।
  3. कोई योगदान नहीं – इस योजना में कर्मचारी को अपनी सैलरी से कोई योगदान नहीं देना पड़ता था।
  4. महंगाई भत्ता (DA) लिंक – पेंशन को महंगाई भत्ते (DA) के साथ जोड़ा गया था, जिससे समय-समय पर पेंशन बढ़ती रहती थी।

  1. 2.2 क्या राज्यों को नई पेंशन योजना (NPS) लागू करने के लिए बाध्य किया गया है?
  2. नहीं, राज्यों को पुरानी पेंशन योजना (OPS) हटाकर नई पेंशन योजना (NPS) लागू करने के लिए बाध्य नहीं किया गया था, लेकिन केंद्र सरकार ने इसे अपनाने की सिफारिश की थी।

  3. OPS कब और क्यों बंद हुई?

    • 1 जनवरी 2004 के बाद सरकारी सेवा में शामिल नए कर्मचारियों के लिए OPS को समाप्त कर दिया गया और NPS (New Pension Scheme) को लागू किया गया।
    • सरकार का मानना था कि OPS से राजकोष पर भारी बोझ पड़ता था, क्योंकि इसमें कर्मचारियों का कोई योगदान नहीं होता था और पेंशन पूरी तरह से सरकार द्वारा वित्तपोषित होती थी।

    OPS vs NPS (नई पेंशन योजना)

    विशेषतापुरानी पेंशन योजना (OPS)नई पेंशन योजना (NPS)
    योगदानकर्मचारी का कोई योगदान नहींकर्मचारी को वेतन का 10% और सरकार 14% योगदान देती है
    रिटायरमेंट पर पेंशनअंतिम वेतन का 50%पेंशन राशि बाजार आधारित होती है
    महंगाई भत्ता (DA) से लिंकहांनहीं
    लाभगारंटीड पेंशन और फैमिली पेंशनकोई निश्चित पेंशन नहीं, बाजार जोखिम से जुड़ी

    कैसे लागू हुई NPS?

    🔹 केंद्र सरकार ने 1 जनवरी 2004 से NPS लागू किया और सभी नए केंद्र सरकार के कर्मचारियों को इसके तहत शामिल किया।
    🔹 राज्यों को भी NPS अपनाने की सलाह दी गई, और अधिकतर राज्यों ने 2004-05 में इसे लागू कर दिया
    🔹 राज्यों के पास विकल्प था कि वे OPS जारी रखें या NPS को अपनाएं, लेकिन चूंकि केंद्र सरकार पुरानी पेंशन योजना (OPS) को वित्तीय रूप से अस्थिर मानती थी, इसलिए उसने NPS को एक आर्थिक रूप से स्थायी विकल्प बताया।
    🔹 अगर कोई राज्य NPS में शामिल होता है, तो उसे केंद्र सरकार से वित्तीय सहायता मिलती है, जिससे अधिकतर राज्यों ने इसे अपनाया।

    क्या राज्य सरकारें OPS फिर से लागू कर सकती हैं?

    हाँ, राज्य सरकारें OPS को फिर से लागू कर सकती हैं क्योंकि पेंशन का मुद्दा राज्य सरकारों के वित्तीय अधिकार क्षेत्र में आता है
    कुछ राज्यों (जैसे राजस्थान, छत्तीसगढ़, पंजाब, झारखंड और हिमाचल प्रदेश) ने OPS फिर से लागू किया है
    ✅ हालांकि, अगर कोई राज्य OPS लागू करता है, तो उसे अपने कर्मचारियों की पेंशन के लिए खुद फंड जुटाना होगा क्योंकि केंद्र सरकार इस पर कोई आर्थिक सहायता नहीं देगी।


2. UPS की मुख्य विशेषताएँ

UPS की कुछ प्रमुख विशेषताएँ निम्नलिखित हैं:

  • सार्वभौमिक पेंशन – यह योजना सभी नागरिकों के लिए खुली है, चाहे वे सरकारी कर्मचारी हों, निजी क्षेत्र में हों या स्वरोजगार करते हों।
  • न्यूनतम पेंशन गारंटी – सभी पात्र नागरिकों को एक निश्चित न्यूनतम पेंशन प्राप्त होगी।
  • योगदान वैकल्पिक हो सकता है – कुछ UPS योजनाओं में योगदान अनिवार्य नहीं होता है, जबकि कुछ में नागरिकों को आंशिक रूप से योगदान करने का विकल्प दिया जा सकता है।
  • सरकार द्वारा वित्तपोषण – सरकार कर राजस्व या अन्य संसाधनों के माध्यम से इस योजना को वित्तीय सहायता प्रदान कर सकती है।
  • वृद्धावस्था सुरक्षा – इस योजना का मुख्य उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि कोई भी नागरिक वृद्धावस्था में आर्थिक संकट का सामना न करे।

3. UPS का अन्य पेंशन योजनाओं से तुलनात्मक अध्ययन

विशेषताUPSOPS (Old Pension Scheme)NPSCPS
लाभार्थीसभी नागरिकसरकारी कर्मचारीस्वयं द्वारा चुने गए कर्मचारीसरकारी कर्मचारी
योगदानअनिवार्य नहींकर्मचारी योगदान नहीं करता थाकर्मचारी और नियोक्ता का योगदानकर्मचारी और सरकार का संयुक्त योगदान
वित्त पोषणसरकार द्वारा वित्त पोषितसरकार द्वारा वित्त पोषितव्यक्तिगत निवेशसरकार और कर्मचारी दोनों का निवेश
पेंशन गारंटीहांहांनहीं, यह निवेश पर निर्भर करता हैहां
निवेश का नियंत्रणसरकार के नियंत्रण मेंसरकार के नियंत्रण मेंशेयर बाजार पर आधारितसरकार द्वारा नियंत्रित
टैक्स लाभनहींनहींहांनहीं

4. नेशनल पेंशन स्कीम (NPS) क्या है?

NPS (National Pension System) एक मार्केट-लिंक्ड निवेश योजना है जिसमें कर्मचारी अपने वेतन का एक हिस्सा निवेश करते हैं और सेवानिवृत्ति के बाद उन्हें एक निश्चित पेंशन मिलती है।

NPS की विशेषताएँ:

  • सरकारी और निजी क्षेत्र के कर्मचारी इसमें भाग ले सकते हैं।
  • यह मार्केट-आधारित निवेश पर निर्भर करता है, इसलिए इसमें लाभ और हानि दोनों की संभावना होती है।
  • सेवानिवृत्ति पर कर्मचारी को एकमुश्त राशि और नियमित पेंशन मिलती है।

5. कंट्रीब्यूटरी पेंशन स्कीम (CPS) क्या है?

CPS (Contributory Pension Scheme) मुख्य रूप से सरकारी कर्मचारियों के लिए बनाई गई थी। इस योजना में कर्मचारी और सरकार दोनों ही पेंशन फंड में योगदान करते हैं।

CPS की मुख्य विशेषताएँ:

  • केवल सरकारी कर्मचारियों के लिए उपलब्ध।
  • कर्मचारी और सरकार दोनों द्वारा वित्त पोषित।
  • सरकार पेंशन भुगतान की गारंटी देती है।

6. ओल्ड पेंशन स्कीम (OPS) क्या थी?

ओल्ड पेंशन स्कीम (OPS) 2004 से पहले सरकारी कर्मचारियों के लिए लागू थी। इस योजना के अंतर्गत कर्मचारी को उसके अंतिम वेतन का 50% पेंशन के रूप में जीवनभर मिलता था।

OPS की विशेषताएँ:

  • सरकारी कर्मचारियों को गारंटीड पेंशन मिलती थी।
  • कोई योगदान नहीं देना पड़ता था।
  • सरकार द्वारा पूरी तरह से वित्त पोषित।

7. UPS, OPS, NPS और CPS में कौन सा बेहतर है?

  • अगर आप सरकारी कर्मचारी हैं, तो OPS सबसे अच्छा विकल्प था।
  • अगर आप बाजार-आधारित रिटर्न चाहते हैं, तो NPS एक बेहतर विकल्प हो सकता है।
  • अगर आप न्यूनतम गारंटीड पेंशन चाहते हैं, तो UPS आपके लिए सबसे बेहतर विकल्प है।

8. UPS के लाभ और सीमाएँ

UPS के लाभ:

✔ सभी नागरिकों को पेंशन सुरक्षा।
✔ न्यूनतम पेंशन गारंटी।
✔ कोई अनिवार्य योगदान नहीं।
✔ सरकार द्वारा वित्त पोषित।

UPS की सीमाएँ:

❌ सरकार पर अधिक वित्तीय बोझ।
❌ सभी के लिए समान पेंशन देना कठिन।


9. UPS में कर्मचारियों को कितना न्यूनतम पेंशन मिलेगा?

UPS के तहत न्यूनतम पेंशन राशि सरकार द्वारा निर्धारित की जाती है। यह राशि विभिन्न कारकों पर निर्भर करेगी, जैसे कि आर्थिक स्थिति और सरकारी बजट।

वर्तमान में कई देशों में इस प्रकार की योजनाओं में न्यूनतम पेंशन ₹3000 से ₹5000 प्रति माह के बीच हो सकती है।


10. निष्कर्ष (Conclusion)

OPS सरकारी कर्मचारियों के लिए सबसे लाभकारी थी, लेकिन UPS एक सर्वजन हिताय योजना हो सकती है।


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