भारत ने समय-समय पर आतंकवाद, बाहरी आक्रमणों और मानवीय संकटों के विरुद्ध कई सैन्य और मानवीय अभियानों को अंजाम दिया है। इन अभियानों का उद्देश्य देश की सुरक्षा सुनिश्चित करना, आतंकवाद का मुकाबला करना और आपदाओं में सहायता प्रदान करना रहा है। नीचे प्रमुख सैन्य और मानवीय अभियानों की सूची और उनके बारे में संक्षिप्त विवरण प्रस्तुत है:
भारत ने स्वतंत्रता प्राप्ति के बाद से विभिन्न सैन्य अभियानों के माध्यम से अपनी संप्रभुता की रक्षा की है। ये अभियान न केवल देश की सीमाओं की सुरक्षा के लिए थे, बल्कि वैश्विक मंच पर भारत की स्थिति को भी मजबूत करने में सहायक रहे हैं।
भारतीय सैन्य अभियानों की विस्तृत सूची: ऑपरेशन विजय से ऑपरेशन सिंदूर तक
1. 🟥 ऑपरेशन सिंदूर (2025)
पृष्ठभूमि
22 अप्रैल 2025 को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले में 26 हिंदू तीर्थयात्रियों की हत्या कर दी गई थी। यह हमला पाकिस्तान स्थित आतंकवादी संगठनों द्वारा प्रायोजित था।
उद्देश्य
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आतंकवादी ठिकानों को नष्ट करना।
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भारत की सुरक्षा नीति को पुनर्परिभाषित करना।
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पाकिस्तान को स्पष्ट संदेश देना कि भारत अपनी संप्रभुता से समझौता नहीं करेगा।
कार्रवाई
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7 मई 2025 की रात को भारतीय वायुसेना ने पाकिस्तान और पाक-अधिकृत कश्मीर में नौ आतंकवादी ठिकानों पर मिसाइल और ड्रोन हमले किए।
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इन हमलों में 100 से अधिक आतंकवादी मारे गए, जिनमें कई वरिष्ठ नेता शामिल थे।
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पाकिस्तान ने जवाबी कार्रवाई में भारत के उत्तरी और पश्चिमी क्षेत्रों में ड्रोन और मिसाइल हमले किए, जिन्हें भारतीय वायु रक्षा प्रणाली ने सफलतापूर्वक निष्क्रिय किया।
परिणाम
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भारत ने पाकिस्तान के 19 आतंकवादी अड्डों को नष्ट किया।
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पाकिस्तान ने चार दिनों के भीतर संघर्षविराम की मांग की।
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इस अभियान ने भारत की आतंकवाद के प्रति कठोर नीति को दर्शाया।
2. 🟦 ऑपरेशन ब्लू स्टार (1984)
पृष्ठभूमि
1980 के दशक में पंजाब में खालिस्तानी आंदोलन ने जोर पकड़ा। अमृतसर के स्वर्ण मंदिर में आतंकवादियों ने शरण ली थी।
उद्देश्य
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स्वर्ण मंदिर परिसर से आतंकवादियों को निकालना।
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पंजाब में कानून और व्यवस्था बहाल करना।
कार्रवाई
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3 से 6 जून 1984 के बीच भारतीय सेना ने स्वर्ण मंदिर में प्रवेश कर आतंकवादियों के खिलाफ कार्रवाई की।
परिणाम
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कई आतंकवादी मारे गए, लेकिन इस कार्रवाई के कारण प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की हत्या हुई और देश में सांप्रदायिक तनाव बढ़ा।
3. 🟨 ऑपरेशन विजय (1999)
पृष्ठभूमि
पाकिस्तानी सैनिकों और आतंकवादियों ने कारगिल क्षेत्र में भारतीय क्षेत्र में घुसपैठ की।
उद्देश्य
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घुसपैठियों को भारतीय क्षेत्र से बाहर निकालना।
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कारगिल की पहाड़ियों पर नियंत्रण पुनः प्राप्त करना।
कार्रवाई
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भारतीय सेना ने मई से जुलाई 1999 तक कारगिल युद्ध लड़ा।
परिणाम
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भारतीय सेना ने सभी कब्जे वाले क्षेत्रों को पुनः प्राप्त किया, और पाकिस्तान को अंतरराष्ट्रीय दबाव के कारण पीछे हटना पड़ा।
4. 🟩 ऑपरेशन मेघदूत (1984)
पृष्ठभूमि
सियाचिन ग्लेशियर पर भारत और पाकिस्तान के बीच नियंत्रण को लेकर विवाद था।
उद्देश्य
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सियाचिन ग्लेशियर पर रणनीतिक बढ़त हासिल करना।
कार्रवाई
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भारतीय सेना ने अप्रैल 1984 में सियाचिन ग्लेशियर के प्रमुख बिंदुओं पर कब्जा किया।
परिणाम
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भारत ने सियाचिन पर नियंत्रण स्थापित किया, जो आज तक बना हुआ है।
5. 🟪 ऑपरेशन राजीव (1987)
पृष्ठभूमि
सियाचिन क्षेत्र में पाकिस्तानी सेना ने क्वैद पोस्ट पर कब्जा कर लिया था।
उद्देश्य
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क्वैद पोस्ट को पुनः प्राप्त करना।
कार्रवाई
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भारतीय सेना ने जून 1987 में कई प्रयासों के बाद इस पोस्ट पर कब्जा किया।
परिणाम
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पोस्ट का नाम बदलकर 'बाना टॉप' रखा गया, और नायब सूबेदार बाना सिंह को परमवीर चक्र से सम्मानित किया गया।
6. 🟫 ऑपरेशन पवन (1987-1990)
पृष्ठभूमि
श्रीलंका में लिट्टे (LTTE) के खिलाफ संघर्ष में भारत ने हस्तक्षेप किया।
उद्देश्य
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श्रीलंकाई सरकार की सहायता करना और लिट्टे को निरस्त्र करना।
कार्रवाई
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भारतीय शांति सेना (IPKF) ने श्रीलंका में लिट्टे के खिलाफ सैन्य अभियान चलाया।
परिणाम
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लिट्टे के खिलाफ कुछ सफलता मिली, लेकिन अभियान विवादास्पद रहा और अंततः भारतीय सेना को वापस बुला लिया गया।
7. 🟥 ऑपरेशन कैक्टस (1988)
पृष्ठभूमि
मालदीव में तख्तापलट का प्रयास हुआ।
उद्देश्य
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मालदीव की सरकार को स्थिर करना और तख्तापलट को विफल करना।
कार्रवाई
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भारतीय सेना ने त्वरित कार्रवाई करते हुए तख्तापलट को विफल किया।
परिणाम
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मालदीव में लोकतांत्रिक सरकार बहाल हुई और भारत की क्षेत्रीय शक्ति के रूप में प्रतिष्ठा बढ़ी।
8. 🟦 ऑपरेशन ट्राइडेंट (1971)
पृष्ठभूमि
भारत-पाकिस्तान युद्ध के दौरान।
उद्देश्य
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पाकिस्तान के कराची बंदरगाह पर हमला करना।
कार्रवाई
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भारतीय नौसेना ने कराची बंदरगाह पर हमला किया, जिसमें कई पाकिस्तानी जहाज नष्ट हुए।
परिणाम
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पाकिस्तान की नौसेना को भारी नुकसान हुआ और भारत की नौसेना शक्ति प्रदर्शित हुई।
9. 🟨 ऑपरेशन रक्षक (1991–वर्तमान)
पृष्ठभूमि
जम्मू और कश्मीर में आतंकवाद और उग्रवाद की बढ़ती घटनाएं।
उद्देश्य
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राज्य में आतंकवाद का मुकाबला करना और शांति स्थापित करना।
कार्रवाई
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भारतीय सेना और अर्धसैनिक बलों ने आतंकवादियों के खिलाफ अभियान चलाए।
परिणाम
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आतंकवादी गतिविधियों में कमी आई, लेकिन अभियान अभी भी जारी है।
10. 🟩 ऑपरेशन ऑल आउट (2017)
पृष्ठभूमि
जम्मू और कश्मीर में आतंकवादी गतिविधियों में वृद्धि।
उद्देश्य
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आतंकवादियों का सफाया करना।
कार्रवाई
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भारतीय सेना, सीआरपीएफ और जम्मू-कश्मीर पुलिस ने संयुक्त अभियान चलाया।
परिणाम
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कई आतंकवादी मारे गए और राज्य में सुरक्षा स्थिति में सुधार हुआ।
11. 🟪 ऑपरेशन स्नो लेपर्ड (2020)
पृष्ठभूमि
लद्दाख में भारत-चीन सीमा पर तनाव।
उद्देश्य
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रणनीतिक ऊंचाइयों पर नियंत्रण स्थापित करना।
कार्रवाई
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भारतीय सेना ने पूर्वी लद्दाख में महत्वपूर्ण ऊंचाइयों पर कब्जा किया।
परिणाम
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भारत ने रणनीतिक बढ़त हासिल की और चीन के साथ बातचीत में मजबूत स्थिति में रहा।
12. 🟫 ऑपरेशन सनराइज (2019)
पृष्ठभूमि
भारत-म्यांमार सीमा पर उग्रवादी गतिविधियों में वृद्धि।
उद्देश्य
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उग्रवादी ठिकानों को नष्ट करना और क्षेत्र में शांति स्थापित करना।
कार्रवाई
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भारतीय और म्यांमार की सेनाओं ने संयुक्त अभियान चलाया।
परिणाम
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कई उग्रवादी ठिकाने नष्ट हुए और सीमा क्षेत्र में सुरक्षा में सुधार हुआ।
🔹 निष्कर्ष: भारतीय सैन्य अभियानों का महत्व
भारत ने समय-समय पर विभिन्न सैन्य अभियानों के माध्यम से आतंकवाद, उग्रवाद और बाहरी आक्रमणों का सामना किया है। इन अभियानों की सफलता ने यह सिद्ध किया है कि भारत किसी भी प्रकार की आंतरिक या बाहरी चुनौती का सामना करने में सक्षम है।
🔹 भविष्य की दिशा
वर्तमान वैश्विक परिदृश्य में, जहां तकनीकी प्रगति और साइबर युद्ध जैसे नए खतरे उभर रहे हैं, भारतीय सशस्त्र बलों को सतर्क और सुसज्जित रहना आवश्यक है। इसके लिए आधुनिक तकनीकों का समावेश, खुफिया तंत्र की मजबूती और अंतरराष्ट्रीय सहयोग को बढ़ावा देना आवश्यक होगा।
🔹 समापन
भारतीय सैन्य अभियानों का इतिहास न केवल वीरता और बलिदान की गाथा है, बल्कि यह देश की सुरक्षा, अखंडता और संप्रभुता की रक्षा में भारतीय सशस्त्र बलों की अटूट प्रतिबद्धता का प्रतीक भी है। इन अभियानों से मिली सीखों को ध्यान में रखते हुए, भारत को भविष्य की चुनौतियों का सामना करने के लिए तैयार रहना होगा।
भारतीय सैन्य अभियानों से जुड़े सामान्य प्रश्न (FAQs): ऑपरेशन सिंदूर से ऑपरेशन विजय तक
❓ 1. ऑपरेशन सिंदूर क्या है और इसका उद्देश्य क्या था?
उत्तर: ऑपरेशन सिंदूर भारतीय वायुसेना द्वारा मई 2025 में पाकिस्तान और पाक-अधिकृत कश्मीर में आतंकवादी ठिकानों पर किए गए हवाई हमलों का नाम है। इसका उद्देश्य 22 अप्रैल 2025 को पहलगाम में हुए आतंकी हमले का बदला लेना और आतंकवादी ढांचे को नष्ट करना था।
❓ 2. ऑपरेशन सिंदूर का नाम 'सिंदूर' क्यों रखा गया?
उत्तर: 'सिंदूर' हिंदू विवाहित महिलाओं के लिए पवित्र प्रतीक है। पहलगाम हमले में कई महिलाओं ने अपने पति खो दिए, जिससे उनका सिंदूर मिट गया। इस ऑपरेशन का नाम 'सिंदूर' रखकर उन महिलाओं के सम्मान और प्रतिशोध का प्रतीक बनाया गया।
❓ 3. ऑपरेशन सिंदूर में भारतीय वायुसेना ने क्या उपलब्धियाँ हासिल कीं?
उत्तर: भारतीय वायुसेना ने इस ऑपरेशन में पाकिस्तान के 9 विमान, कई ड्रोन और मिसाइल सिस्टम नष्ट किए। इसके अलावा, आतंकवादी ठिकानों पर सटीक हमले कर उन्हें समाप्त किया गया।
❓ 4. ऑपरेशन विजय (1999) क्या था और इसका परिणाम क्या रहा?
उत्तर: ऑपरेशन विजय 1999 में कारगिल युद्ध के दौरान भारतीय सेना द्वारा चलाया गया अभियान था, जिसका उद्देश्य पाकिस्तानी घुसपैठियों को भारतीय क्षेत्र से बाहर निकालना था। यह ऑपरेशन सफल रहा और भारत ने अपने सभी कब्जे वाले क्षेत्रों को पुनः प्राप्त किया।
❓ 5. ऑपरेशन मेघदूत (1984) का उद्देश्य क्या था?
उत्तर: ऑपरेशन मेघदूत का उद्देश्य सियाचिन ग्लेशियर पर नियंत्रण स्थापित करना था। भारतीय सेना ने इस ऑपरेशन के तहत सियाचिन के रणनीतिक बिंदुओं पर कब्जा किया, जो आज तक भारत के नियंत्रण में हैं।
❓ 6. ऑपरेशन ब्लू स्टार (1984) क्यों विवादास्पद माना जाता है?
उत्तर: ऑपरेशन ब्लू स्टार स्वर्ण मंदिर परिसर से आतंकवादियों को निकालने के लिए किया गया था। इस कार्रवाई में कई निर्दोष लोग मारे गए, जिससे सिख समुदाय में आक्रोश फैल गया और प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की हत्या हुई।
❓ 7. ऑपरेशन पवन (1987-1990) क्या था?
उत्तर: ऑपरेशन पवन भारतीय शांति सेना द्वारा श्रीलंका में लिट्टे (LTTE) के खिलाफ चलाया गया अभियान था। इसका उद्देश्य लिट्टे को निरस्त्र करना और क्षेत्र में शांति स्थापित करना था।
❓ 8. ऑपरेशन कैक्टस (1988) का उद्देश्य क्या था?
उत्तर: ऑपरेशन कैक्टस मालदीव में तख्तापलट के प्रयास को विफल करने के लिए भारतीय सेना द्वारा चलाया गया अभियान था। इस ऑपरेशन ने भारत की क्षेत्रीय शक्ति को प्रदर्शित किया।
❓ 9. ऑपरेशन ट्राइडेंट (1971) क्यों महत्वपूर्ण है?
उत्तर: ऑपरेशन ट्राइडेंट भारतीय नौसेना द्वारा कराची बंदरगाह पर किया गया हमला था, जिसमें पाकिस्तान की नौसेना को भारी नुकसान हुआ। यह ऑपरेशन भारत की नौसेना शक्ति का प्रतीक है।
❓ 10. ऑपरेशन रक्षक (1991–वर्तमान) का उद्देश्य क्या है?
उत्तर: ऑपरेशन रक्षक जम्मू और कश्मीर में आतंकवाद और उग्रवाद का मुकाबला करने के लिए चलाया गया अभियान है। इसका उद्देश्य राज्य में शांति और कानून व्यवस्था स्थापित करना है।
❓ 11. ऑपरेशन ऑल आउट (2017) क्या था?
उत्तर: ऑपरेशन ऑल आउट जम्मू और कश्मीर में आतंकवादियों का सफाया करने के लिए भारतीय सेना, सीआरपीएफ और जम्मू-कश्मीर पुलिस द्वारा चलाया गया संयुक्त अभियान था।
❓ 12. ऑपरेशन स्नो लेपर्ड (2020) का उद्देश्य क्या था?
उत्तर: ऑपरेशन स्नो लेपर्ड लद्दाख में भारत-चीन सीमा पर तनाव के दौरान भारतीय सेना द्वारा रणनीतिक ऊंचाइयों पर नियंत्रण स्थापित करने के लिए चलाया गया अभियान था।
❓ 13. ऑपरेशन सनराइज (2019) क्या था?
उत्तर: ऑपरेशन सनराइज भारत-म्यांमार सीमा पर उग्रवादी गतिविधियों का मुकाबला करने के लिए भारतीय और म्यांमार की सेनाओं द्वारा चलाया गया संयुक्त अभियान था।
❓ 14. ऑपरेशन राजीव (1987) का उद्देश्य क्या था?
उत्तर: ऑपरेशन राजीव का उद्देश्य सियाचिन क्षेत्र में पाकिस्तान द्वारा कब्जा किए गए क्वैद पोस्ट को पुनः प्राप्त करना था। इस ऑपरेशन में नायब सूबेदार बाना सिंह ने वीरता का प्रदर्शन किया और उन्हें परमवीर चक्र से सम्मानित किया गया।
❓ 15. ऑपरेशन पोलो (1948) क्या था?
उत्तर: ऑपरेशन पोलो भारतीय सेना द्वारा हैदराबाद रियासत को भारतीय संघ में मिलाने के लिए चलाया गया अभियान था। यह ऑपरेशन सफल रहा और हैदराबाद भारत का हिस्सा बन गया।
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